यह एक आम धारणा है कि जिनके पास कम होता है, वे दूसरों के पास मौजूद चीजों के लिए जलते हैं और असुरक्षित महसूस करते हैं। इस लेख में, हम इस धारणा की पड़ताल करेंगे और देखेंगे कि क्या यह हमेशा सच होता है।
जलन और असुरक्षा के कारण
जलन और असुरक्षा जटिल भावनाएं हैं जो कई कारकों से प्रभावित होती हैं। इनमें शामिल हैं:
- सामाजिक तुलना: हम अक्सर खुद को दूसरों से तुलना करते हैं, खासकर सोशल मीडिया के युग में। जब हम दूसरों को हमारे मुकाबले बेहतर हालात में देखते हैं, तो हम जलन और असुरक्षा महसूस कर सकते हैं।
- अपने आप को कम आंकना: कभी-कभी, हम अपनी क्षमताओं पर विश्वास नहीं करते हैं और खुद को दूसरों से कम सक्षम मानते हैं। इससे भी जलन और असुरक्षा बढ़ सकती है।
- समाज में असमानता: जब समाज में बहुत अधिक असमानता होती है, तो लोगों को लगता है कि उनके पास जो कुछ है, वह पर्याप्त नहीं है और वे दूसरों के पास मौजूद चीजों के लिए तरसते हैं।
- बचपन के अनुभव: बचपन के अनुभव भी जलन और असुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जिन बच्चों को बचपन में प्यार और समर्थन नहीं मिला, वे बड़े होकर दूसरों के लिए जलन और असुरक्षा महसूस कर सकते हैं।
- आत्म–स्वीकृति: अपनी कमजोरियों और ताकतों को स्वीकार करें।
- आभार: उन चीजों के लिए आभारी रहें जो आपके पास हैं।
- लक्ष्य निर्धारण: अपने लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें।
- दूसरों की सफलता का जश्न मनाएं: दूसरों की सफलता से प्रेरित हों और उनकी खुशी में शामिल हों।
- सहायता लें: यदि आप जलन और असुरक्षा से बहुत अधिक परेशान हैं, तो किसी मनोवैज्ञानिक से मदद लें।
- जलन और असुरक्षा एक व्यक्ति के चरित्र का संकेत नहीं होती है।
- हर कोई अलग होता है और अलग-अलग चीजों के लिए मूल्यवान होता है।
- दूसरों की तुलना में खुद पर ध्यान केंद्रित करना अधिक महत्वपूर्ण है।
- सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास जलन और असुरक्षा को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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