Meri Bhavan - Jain

मेरी भावना

मेरी भावना(पं. जुगलकिशोरजी मुख्तार 'बुगवीर' कृत)जिसने राग-द्वेष-कामादिक जीते, सब जग जान लिया।सब जीवों को मोक्षमार्ग का, निस्पृह हो उपदेश…